प्रयोगशाला प्रमाणन
प्रयोगशाला प्रमाणन क्या है:
प्रयोगशाला प्रमाणन (लैबोरेटरी अक्रेडिटेशन) मूलत: परीक्षण प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और तकनीकी सक्षमता के अन्य-पक्ष द्वारा मूल्यांकन की एक व्यवस्था है। जहां आईएसओ 9000 प्रमाणन केवल गुणवत्ता प्रणाली प्रबंधन से ही सरोकार रखता है, वहीं एनएबीएल प्रमाणन प्रयोगशाला की तकनीकी क्षमता को औपचारिक मान्यता प्रदान करता है और इसलिए यह प्रणाली प्रमाणन की तुलना में उच्च स्तर की गतिविधि है। मान्यता प्रक्रिया में रासायनिक विश्लेषण के लिए अर्हता प्राप्त और प्रशिक्षित कर्मचारी द्वारा कैलिब्रेटेड कांच के उपकरण, कैलिब्रेटेड उपकरण और एनआईएसटी ट्रेसेबल रासायनिक मानकों का उपयोग करते हुए मानक पद्धतियों के अनुरूप प्रयोगशाला परिक्षेत्र में परिभाषित विशिष्ट परीक्षण करने संबंधी प्रयोगशाला की क्षमता का निर्धारण शामिल है। यह निर्धारण एनएबीएल की ओर से नियुक्त एक प्रमुख मूल्यांकनकर्ता और एक तकनीकी मूल्यांकनकर्ता वाली असेसमेंट टीम द्वारा किया जाता है। प्रयोगशाला में नमूने के पहुंचने से लेकर परीक्षण रिपोर्टों के प्रेषण तक कार्य प्रवाह के ट्रैस के लिए गतिविधियों के सभी पहलुओं का दस्तावेजीकरण किया जाता है। प्रत्येक परीक्षण के लिए माप अनिश्चितता की गणना की जाती है और अंतर-प्रयोगशाला अध्ययन में कम से कम पांच अन्य मान्यता प्राप्त / प्रतिष्ठित प्रयोगशालाएं शामिल होती हैं, जो सांख्यिकीय पद्धतियों का प्रयोग करते हुए इसी की प्रामाणिकता की पुष्टि करती हैं। इस मान्यता के जरिए ग्राहक / कृषक प्रयोगशाला से विश्वसनीय और सटीक परीक्षण आंकड़ों की प्राप्ति की आशा कर सकते हैं और अपनी सभी विश्लेषणात्मक जरूरतों के लिए इसे पसंदीदा प्रयोगशाला बना सकते हैं।
प्रमाणन इन बातों को संभव बनाएगा
- ग्राहक का बढ़ा हुआ भरोसा और संतुष्टि
- प्रयोगशाला परिचालनों पर बेहतर नियंत्रण
- यह विश्वास कि प्रयोगशाला में एक बढ़िया गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली (क्वालिटी एश्युरेंस सिस्टम) है और यह तकनीकी रूप से सक्षम है
- परीक्षण डेटा और काम करने वाले कर्मियों पर भरोसे में वृद्धि
- एनएबीएल वेबसाइट पर मौजूद मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं की एनएबीएल निदेशिका में सूचीबद्ध होना
- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं के डेटा की व्यापक स्वीकृति
- ग्राहकों को एक अच्छी गुणवत्ता प्रणाली द्वारा समर्थित विश्वसनीय परीक्षण सेवाओं की प्राप्ति
भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत आने वाला एनएबीएल (नेशनल अक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज), नई दिल्ली एक स्वायत्त निकाय है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानक आईएसओ / आईईसी 17025 पर आधारित एनएबीएल मानदंडों के अनुरूप परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं के लिए प्रयोगशाला प्रमाणन सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु भारत सरकार द्वारा अधिकृत एकमात्र प्रमाणन (अक्रेडिटेशन) निकाय है।
स्मार्टकेम टेक्नोलॉजीज लिमिटेड देश में पहली उर्वरक कंपनी है, जिसके पास किसान की सेवा के लिए एनएबीएल मान्यता प्राप्त मृदा परीक्षण सुविधा है।