मृदा प्रयोगशाला
कृषि क्षेत्र की संपन्नता के लिए मृदा परीक्षण की आवश्यकताएं
मृदा परीक्षण कृषि के लिए एक प्रभावशाली साधन है, क्योंकि यह गुणवत्ता और पैदावार बढ़ाने के लिए आवश्यक सूचनाएं देता है। मृदा परीक्षण भूमि में पहले से उपस्थित पोषक तत्वों का लाभ उठाते हुए फसल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उर्वरक की उचित और पर्याप्त मात्रा में खुराक का अनुप्रयोग सुनिश्चित करेगा। अक्सर कई पोषक तत्व जरूरत से ज्यादा डाल दिए जाते हैं, जिसके चलते मिट्टी में असंतुलन पैदा होता है और पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं। मृदा परीक्षण यह पता लगाने में भी मददगार होता है कि समस्या किन क्षेत्रों में है और एक परिपूर्ण पोषण प्रबंधन योजना प्रदान करता है।
उर्वरकों का ‘महाधन’ ब्रांड कृषि सलाहकार, निदान और कृषि उत्पाद प्राप्ति तथा मार्केटिंग जैसी सेवाओं की कतार के माध्यम से खुद को किसानों के लिए संपूर्ण समाधान प्रदाता के रूप में स्थापित कर रहा है। इस प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में क्रॉप न्यूट्रिशन बिजनेस एक आधुनिक मिट्टी, पौधा, जल एवं उर्वरक परीक्षण सुविधा का संचालन करता है। इसका प्रबंधन सुशिक्षित, प्रशिक्षित और अनुभवी पेशेवरों की एक टीम करती है।
यह सुविधा भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत आने वाले एनएबीएल (नेशनल अक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज), नई दिल्ली द्वारा प्रतिष्ठित आईएसओ / आईईसी १७०२५-२००५ प्रमाणित है। एनएबीएल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानक आईएसओ / आईईसी १७०२५ पर आधारित एनएबीएल मानदंडों के अनुरूप परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं के लिए प्रयोगशाला प्रत्यायन (अक्रेडिटेशन) सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु भारत सरकार द्वारा अधिकृत एकमात्र प्रत्यायन निकाय है। हम एनएबीएल द्वारा मान्यरता प्राप्तय मृदा परीक्षण सुविधा वाली देश की पहली उर्वरक कंपनी बन चुके हैं।
प्रयोगशाला प्रत्यायन (लैबोरेटरी अक्रेडिटेशन) ऐसी व्यटवस्थात है जिसमें परीक्षण प्रयोगशालाओं की गुणवत्ताल एवं तकनीकी योग्ययता का तृतीय-पक्ष मूल्यां कन किया जाता है। जहां आईएसओ ९००० प्रमाणन केवल गुणवत्ता प्रणाली प्रबंधन से ही सरोकार रखता है, वहीं एनएबीएल प्रमाणन प्रयोगशाला की तकनीकी क्षमता को औपचारिक मान्यता प्रदान करता है और इसलिए यह प्रणाली प्रमाणन की तुलना में उच्च स्तर की गतिविधि है। मान्यता प्रक्रिया में रासायनिक विश्लेषण के लिए अर्हता प्राप्त और प्रशिक्षित कर्मचारी द्वारा कैलिब्रेटेड कांच के उपकरण, कैलिब्रेटेड उपकरण और एनआईएसटी ट्रेसेबल रासायनिक मानकों का उपयोग करते हुए मानक पद्धतियों के अनुरूप प्रयोगशाला परिक्षेत्र में परिभाषित विशिष्ट परीक्षण करने संबंधी प्रयोगशाला की क्षमता का निर्धारण शामिल है। यह निर्धारण एनएबीएल की ओर से नियुक्त एक प्रमुख मूल्यांकनकर्ता और एक तकनीकी मूल्यांकनकर्ता वाली असेसमेंट टीम द्वारा किया जाता है। प्रयोगशाला में नमूने के पहुंचने से लेकर परीक्षण रिपोर्टों के प्रेषण तक कार्य प्रवाह के अनुरेखण (ट्रैस) के लिए गतिविधियों के सभी पहलुओं का दस्तावेजीकरण किया जाता है। प्रत्येक परीक्षण के लिए माप अनिश्चितता की गणना की जाती है और अंतर-प्रयोगशाला अध्ययन में कम से कम पांच अन्य अक्रेडिटेड / प्रतिष्ठित प्रयोगशालाएं शामिल होती हैं, जो सांख्यिकीय पद्धतियों का प्रयोग करते हुए इसी की प्रामाणिकता की पुष्टि करती हैं। इस बेहद वांछित अक्रेडिटेशन को प्राप्त करने में दीपक को करीब डेढ़ साल लगे। इस मान्यता के जरिए ग्राहक / कृषक दीपक लैब से विश्वसनीय और सटीक परीक्षण आंकड़ों की प्राप्ति की आशा कर सकते हैं और अपनी सभी विश्लेषणात्मक जरूरतों के लिए इसे पसंदीदा प्रयोगशाला बना सकते हैं।
प्रत्यायन (अक्रेडिटेशन) इन बातों को संभव बनाएगा
1 | ग्राहक का बढ़ा हुआ भरोसा और संतुष्टि |
2 | प्रयोगशाला परिचालनों पर बेहतर नियंत्रण |
3 | यह विश्वास कि प्रयोगशाला में एक बढ़िया गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली (क्वालिटी एश्युरेंस सिस्टम) है और यह तकनीकी रूप से सक्षम है |
4 | परीक्षण डेटा और काम करने वाले कर्मियों पर भरोसे में वृद्धि |
5 | एनएबीएल वेबसाइट पर मौजूद अक्रेडिटेड प्रयोगशालाओं की एनएबीएल निदेशिका में सूचीबद्ध होना |
6 | घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं के डेटा की व्यापक स्वीकृति |
7 | ग्राहकों को एक अच्छी गुणवत्ता प्रणाली द्वारा समर्थित विश्वसनीय परीक्षण सेवाओं की प्राप्ति |